कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी की किसानों को दो टूक- कानून रद्द नहीं होगा कुछ जोड़ना हो तो बताएं
By: Pinki Mon, 14 Dec 2020 3:00:57
नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के आंदोलन का आज 19वां दिन है। दिल्ली की सीमाओं पर किसान आज भूख हड़ताल पर बैठे हैं। किसान आज सभी जिला मुख्यालयों पर आज धरना भी देंगे। किसानों की मांग है कि केंद्र सरकार तीनों कृषि कानून को वापस ले ले जबकि सरकार ने यह साफ कर दिया है वह नए कृषि कानून में संशोधन करने को तो तैयार है लेकिन इसको वापस नहीं लेगी इस बीच अब केंद्र सरकार के कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी ने किसानों से सरकार के साथ बातचीत की अपील की है। उन्होंने कहा है कि किसान पिछले काफी दिनों से आंदोलन कर रहे हैं। मैं किसानों से अपील करता हूं कि सरकार के साथ बैठकर बिल संबंधित कानूनों से संबंधित मुद्दों को हल करें।
I appeal to farmers to sit with the govt & resolve issues related to Farm Bills. If farmers want to get something added to these bills, it's very much possible but it can't be an absolute 'Yes or No'. Sitting together leads to a solution: Kailash Choudhary, MoS Agriculture pic.twitter.com/YLmW19c25P
— ANI (@ANI) December 14, 2020
कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी ने कहा कि किसान केंद्र सरकार के साथ बैठक कर अपनी बात रखें और बिल में कुछ जोड़ना है या किसी शंका का समाधान करना है तो कर सकते हैं लेकिन ये पूरी तरह से रद्द नहीं हो सकता है। उन्होंने कहा कि जब तक किसान सरकार के साथ बैठकर बात नहीं करेंगे तब तक इसका हल निकलना मुश्किल है।
बता दें कि किसान नेता संदीप गिड्डे ने बताया है कि 19 दिसंबर से प्रस्तावित किसानों की अनिश्चित कालीन भूख हड़ताल रद्द कर दी गई है। इसके बजाय सोमवार को दिनभर की भूख हड़ताल की जाएगी। वहीं, किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा, 'अगर सरकार बातचीत का एक और प्रस्ताव रखती है तो हमारी कमेटी उस पर विचार करेगी। हम सभी से प्रदर्शन के दौरान शांति बरकरार रखने की अपील करते हैं।'
इस बीच भारतीय किसान यूनियन (हरियाणा) के प्रेसिडेंट गुरनाम सिंह चढूनी ने कहा है कि सरकार MSP पर सभी को गुमराह कर रही है। एक तरफ भाजपा यह प्रचार कर रही है कि MSP जारी रहेगी। उधर, गृह मंत्री अमित शाह ने 8 दिसंबर को हमारे साथ मीटिंग में कहा था कि सरकार सभी 23 फसलों को MSP पर नहीं खरीद सकती, क्योंकि इस पर 17 लाख करोड़ रुपए खर्च होंगे।
किसान आंदोलन को लेकर गृह मंत्री अमित शाह सक्रिय हो गए हैं। अभी तक शाह की किसानों के साथ एक ही बैठक हुई है, लेकिन अब हर मुद्दा वे खुद देख रहे हैं। इसे लेकर पिछले 2 दिन में शाह 5 से ज्यादा बैठक कर चुके हैं। सरकार हर राज्य के किसानों के लिए अलग स्ट्रैटजी बना रही है। किसानों को मनाने और आंदोलन खत्म कराने के लिए कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को अलग-अलग राज्यों और यूनियनों की जिम्मेदारी दी गई है। ये दोनों सभी से अलग-अलग बात करेंगे। लेकिन, पंजाब के किसान नेताओं की जिम्मेदारी अमित शाह ने अपने पास रखी है।
ये भी पढ़े :
# 1 जनवरी 2021 से बदल जाएगा चेक से पेमेंट करने का नियम, आपको जानना बेहद जरुरी
# किसानों को मनाने के लिए अमित शाह सक्रिय, खुद समझाएंगे पंजाब के किसान नेताओं को
# RSS से जुड़ा एक संगठन किसानों के साथ, MSP पर मांगी गारंटी!
# किसान आंदोलन के चलते आज कई रूट बंद, ट्रैफिक को लेकर नया अलर्ट जारी